Updated : 1 month ago
"A Triumph of Surgery" by James Herriot is a light-hearted story about an overindulged pet dog, Tricki, and his wealthy but overly anxious mistress, Mrs. Pumphrey. Tricki, pampered with rich food and little exercise, becomes overweight and falls ill, leaving Mrs. Pumphrey deeply worried. She calls Mr. Herriot, a veterinary surgeon, for help. Upon seeing Tricki's bloated state, Herriot insists that Tricki be taken to his clinic for recovery. Though Mrs. Pumphrey is reluctant and distressed, she agrees to let Tricki go. At the clinic, Tricki is placed on a strict regimen with no indulgences — just water and plenty of exercise. Surprisingly, Tricki's health improves rapidly without any medication, thanks to the care of Mr. Herriot and his staff. Tricki soon becomes energetic, playing with the other dogs and regaining his strength. After two weeks, a relieved Mrs. Pumphrey arrives to collect her transformed pet, showering Mr. Herriot with gratitude. She believes Tricki’s recovery to be nothing short of miraculous, calling it a "triumph of surgery." However, the real triumph lies in Mr. Herriot's practical approach to pet care, emphasizing moderation and discipline over indulgence.
सर्जरी की जीत" (A Triumph of Surgery) जेम्स हेरियट द्वारा लिखी गई एक हल्की-फुल्की कहानी है, जिसमें एक अत्यधिक लाड़-प्यार किए गए कुत्ते, ट्रिकी, और उसकी धनी लेकिन चिंताग्रस्त मालकिन, श्रीमती पम्फ्रे की कहानी है। ट्रिकी, जिसे समृद्ध भोजन और कम व्यायाम के कारण अत्यधिक मोटापा हो जाता है, बीमार पड़ जाता है। इससे श्रीमती पम्फ्रे अत्यधिक चिंतित हो जाती हैं और वह पशु चिकित्सक, श्री हेरियट से मदद मांगती हैं। ट्रिकी की खराब हालत देखकर, हेरियट उसे अपने क्लिनिक में ले जाने का निर्णय लेते हैं ताकि उसकी देखभाल हो सके। हालाँकि, श्रीमती पम्फ्रे इस विचार से दुखी हैं, लेकिन वह ट्रिकी को हेरियट के पास भेजने के लिए सहमत हो जाती हैं। क्लिनिक में ट्रिकी को सख्त आहार और भरपूर व्यायाम पर रखा जाता है। बिना किसी दवाई के, सिर्फ सही देखभाल और व्यायाम से ट्रिकी की सेहत तेजी से सुधरने लगती है। वह अन्य कुत्तों के साथ खेलने लगता है और उसकी ऊर्जा वापस आ जाती है। दो हफ्तों के बाद, श्रीमती पम्फ्रे अपने बदले हुए पालतू कुत्ते को लेने आती हैं और हेरियट को धन्यवाद देती हैं। वह ट्रिकी की इस चमत्कारिक पुनः स्वस्थता को "सर्जरी की जीत" कहती हैं, जबकि असली जीत श्री हेरियट के व्यावहारिक दृष्टिकोण और संतुलित देखभाल में थी।